28 सितंबर 2012

OH MY GOD..GOD जी चोरी हो गये


क्या आप जानते हैं कि - ईसाईयों द्वारा अपने ईश्वर के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला शब्द - GOD  हमारे हिन्दू धर्म से चोरी किया गया है । और GOD शब्द और कुछ नहीं । बल्कि हमारे आराध्य त्रि देव का अंग्रेजी एवं छोटा रूप है । दरअसल बात कुछ ऐसी है कि - जब हमारा सनातन धर्म पूरे विश्व में विजय पताका फहरा रहा था । और हमारे यहाँ रेशमी वस्त्र बनाये एवं पहने जा रहे थे । उस समय तक पश्चिमी और आज के आधुनिक कहे जाने वाले देशों के लोग जंगलों में रहा करते थे ।
जब हमारे हिंदुस्तान के व्यापारियों ने व्यापार के सिलसिले में देशों की सीमाओं को लांघना शुरू किया । तब उन पश्चिमी लोगों को समाज की स्थापना और ईश्वर के बारे में पता चला । भारत के उन्नत समाज और सर्वांगीण विकास को देख कर उनकी आँखें फटी रह गई । खोजबीन करने पर उन्हें ये मालूम चला कि - भारत ( हिन्दुओं ) के इस उन्नत समाज और सर्वागीण विकास का प्रमुख आधार उनका - भगवान पर अटूट श्रद्धा और भक्ति है । ये राज की बात पता चलते ही पश्चिमी देशों के लोगों ने भी हमारे हिंदुस्तान के भगवान को आधार बना कर उन्होंने अपना एक नया ही भगवान खड़ा कर लिया ( जिस प्रकार मुहम्मद ने इस्लाम को खड़ा किया )

इसके लिए उन्होंने जीजस अर्थात ईसामसीह की प्रेरणा भगवान श्रीकृष्ण से ली ( क्योंकि भगवान राम की कापी करने पर उन्हें भी नया रावण और नयी लंका का निर्माण करना पड़ जाता । जो कि काफी दुष्कर कार्य होता ) शायद आपने कभी गौर नहीं किया है कि - ईसामसीह और भगवान कृष्ण में कितनी समानता है ?
1 भगवान कृष्ण की ही तरह ईसामसीह का भी जन्म रात में बताया गया है ।
2 भगवान कृष्ण की ही तरह ईसामसीह भी भेड़ बकरियां चराया करते थे ।
3 भगवान कृष्ण की ही तरह ईसामसीह को भी दूसरी माँ ने पाला ।
4 भगवान कृष्ण की ही तरह ईसामसीह के कथन को भी बाइबल कहा गया ( भगवान कृष्ण के कथन को श्रीमद भगवत गीता कहा गया है )

5 हमारे हिन्दू धर्म की ही तरह बाइबल में भी दुनिया में प्रलय जलमग्न होकर होना बताया गया है ।
अब उन्होंने नया भगवान ? तो बना लिया । लेकिन उन्हें संबोधित करने का तरीका भी उन्हें नहीं आता था । जिस कारण उन्होंने एक बार फिर हमारे हिन्दू धर्म की मुँह ताकना शुरू किया । और यहाँ उन्हें उनका जबाब मिल गया ।
हमारे हिन्दू धर्म में 3 प्रमुख देवता हैं - 1 रचयिता अर्थात - बृह्मा । 2 पालनकर्ता अर्थात - विष्णु । और 3 संहार कर्ता अर्थात - शिव । उन्होंने हमारी इस विचारधारा को पूरी तरह जस के तस कापी कर लिया । और उन्होंने अंग्रेजी में अपने ईश्वर को GOD बुलाना शुरू किया ।
GOD अर्थात -
G - Generetor ( सृष्टि Generate करने वाला अर्थात - रचयिता )
O - Operator ( सृष्टि को Operate करने वाला अर्थात - पालनकर्ता )
D - Destroyer ( सृष्टि को destroy करने वाला अर्थात - संहार कर्ता )

इसलिए इन प्रमाणों से बात एक दम शीशे की तरह साफ है कि - दुनियां में हिन्दू धर्म को छोड़ कर बाकी सारे धर्म या तो चोरी कर बनाये गए हैं । या फिर उनकी सिर्फ मान्यता है । हमारा हिन्दू या सनातन धर्म ही - सभी धर्मों की जननी है । और - अनादि । अनंत । निरंतर है । जय महाकाल । Kumar Satish
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=536410413041533&set=a.402583873090855.113599.256288937720350&type=1&theater
♥♥♥♥♥♥
क्या आप जानते हैं । शहीद कौन होता है ? आजकल लोग अपने राष्ट्र पुरषों को शहीद की उपाधि से विभूषित 

करते हैं । जैसे - शहीद भगत सिंह इत्यादि । किन्तु हममें से कितने लोग शहीद का अर्थ जानते हैं ? इस्लामी अरब शब्द कोष में आप " शहीद " का अर्थ पढ़िये । जैसे कि - कुरआन । शहीद का अर्थ होता है - जो मुजाहिद ( पवित्र ? योद्धा ) काफिरों के विरुद्ध युद्ध में मारा जाए वो - शहीद । http://en.wikipedia.org/wiki/Shahid (kuran chapter-3, ayat 169-170) कहलाता है । जिसे मृत्यु के उपरांत इस्लामी स्वर्ग में 72 सुन्दर सुन्दर अप्सराओं का शरीर भोगने को मिलता है । ये स्वर्ग है । या चकला घर ? ये आप ही सोचिये । इस व्याख्या के आधार पर जो लोग " शहीद " हुये हैं । उनका उल्लेख आप नीचे पा सकते हैं ।
9-11 को अमरीका पर आकृमण करने वाले इस्लामी आंतकवादी शहीद हैं । 26-11 को मुंबई में मारे गए आतंकवादी शहीद हैं ( कुरआन के अनुसार ) ओसामा बिन लादेन भी शहीद है ।
इस्लामी साहित्य ये भी कहता है कि - यदि कोई मुजाहिद ( जिहादी सैनिक ) उसके मृत्यु उपरांत सुअर के साथ गाड दिया जाये । तो वह शहीद बनने से वंचित रहता है ।
क्या आप आपके राष्ट्र पुरुषों को इस्लामी चकला घर ( वेश्या घर ) में शहीद बना कर भेजना चाहते हैं ? यदि हाँ ! तो वो उनका घोर अपमान होगा । यदि आप राष्ट्र पुरुषों

का आदर करते हैं । तो इन सभ्य सुसंस्कृत शब्दों का उपयोग करें । शहीद नहीं - हुतात्मा कहिये । शहादत नही - वीरगति कहिये ।
♥♥♥♥♥♥
Love doesn’t ask - who r u ? Love only says - u r mine .
Love doesn’t ask - where r u from ? Love only says - u live in my Heart .
Love doesn’t ask - what to do ? Love only says - u make my Heart beat . 
Love doesn’t ask - why r u far away ? Love only says - u r always with me .
Love doesn’t ask - do you love me ? Love only says - I LOVE YOU .

By Manoj
♥♥♥♥♥♥
बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ने कई बार स्वयं देश ही नहीं पूरे विश्व की सर्वश्रेस्ट जांच agency से प्रोडक्ट की जांच करवा चुकी है । सभी एजेंसियों ने माना ्कि - पतंजलि प्रोडक्ट सर्वश्रेस्ट और शुद्ध हैं ।
पर ये सरकारी टट्टू agency को पतंजलि के प्रोडक्ट में मिलावट नजर आती है । वैसे अभी तक सरकारी agency ने officilay ऐसा नहीं बोला है । पर मीडिया द्वारा भ्रामक न्यूज़ चलाया जा रहा है कि - पतंजलि के प्रोडक्ट में मिलावट । या हमे हैरानी भी नहीं होगी । अगर सरकार की agency ये बोले कि - पतंजलि के प्रोडक्ट में मिलावट है ।
♥♥♥♥♥♥
हर गलत बात का तगड़ा विरोध करना चाहिये । हम चुप रह जाते हैं । इसलिये ऐसे कुत्तों का मनोबल बढ़ता है । मित्रो ! चुप मत बैठो । यह स्टेटस हर वाल तक पहुँचाने में मदद करो । शेयर करो । टैग करो । यह हमारे सम्मान पर 

चोट है । जिसे हम बिलकुल नहीं सहेंगे ।
अक्षय कुमार की आगामी फिल्म - ओह माय गाड OH MY GOD .. विवादों में घिर गई है । लखनऊ में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में फिल्म पर रोक लगाने के लिए याचिका दाखिल की गई है । याचिका में कहा गया कि - फिल्म - ओह माय गाड OH MY GOD.. के एक दृश्य में अभिनेता परेश रावल को पवित्र गंगा जल में विहस्की मिलाकर आरती की थाली में थूकते दिखाया गया है । फिल्म में एक जगह रावल यह भी कहते हैं कि - एडस जैसी बीमारियां मंदिरों के कारण फैली हैं ।
नास्तिक होना मनुष्य का अधिकार है । पर नास्तिक होने के लिये किसी की भावनाओं का मजाक बनाना कतई सही नहीं ठहराया जा सकता ।.सनातन धर्म आपको छूट देता है कि - आप भगवान को मानें । या न मानें । मंदिर जायें । या न जायें । पर अगर ईश्वर को नहीं मानते । तो आपको यह अधिकार भी नहीं है कि - आप भक्तो के द्वारा किये जा रहे कर्मो को गलत सिद्ध करते फिरें । 

चार्वाक से बढ़कर कोई और नास्तिक नहीं हुआ । दुनियां में । पर उन्होंने भी अपने तर्क इस प्रकार दिए थे ।
1 जो प्रत्यक्ष है । वही प्रमाण है ।
2 आत्मा का देह से पृथक कोई अस्तित्व नहीं है ( चैतन्य विशिष्टः काय - A body with soul is consciousness )
3 मृत्य ही मोक्ष है ( मरणमेव अपवर्गः - Death is salvation )
4 न स्वर्ग है । न अंतिम मोक्ष । और न कोई शरीर के परे आत्मा । न चार वर्णों के कर्म व्यवस्था का कोई फल ही होता है ।
5 उन्होंने ईश्वर के अस्तित्व को इसलिये नकारा । क्योंकि उन्हें इसका कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं दिखा ।
चार्वाक का यह कथन कितना तार्किक है कि - मुक्ति चाहे शरीर से हो । या दुख से । पूरी तरह से मरने के बाद ही संभव है । मतलब मृत्यु ही केवल मुक्तिदाता है । चार्वाक ईश्वर की कल्पना को एक अनावश्यक कल्पना मात्र मानते थे । कर्मकांड उनके लिये व्यर्थ उपकृम था । और स्वर्ग नरक पुरोहितों का 

ख्याली पुलाव । परलोक का कोई प्रमाण नहीं है । उनका कहना यही था । मगर इस महान विचारक को पीट पीट कर मार डाला गया । और वह भी युधिष्ठिर जैसे धर्मनिष्ठ और सत्यवादी के सामने । तो क्या हम आज के युग में भी इस फिल्म OH MY GOD के निर्देशक और कलाकारों को पीट पीट कर मार दें ? क्या कहते हैं आप ?
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=396512960416559&set=a.371676192900236.81478.371673649567157&type=1&theater
♥♥♥♥♥♥
There's so much more love in the world than there is hate . Our physical eyes don't see it, but it's there . It just needs to be harnessed  - Marianne Williamson 

आप सबसे अधिक किससे प्रेम करते हैं ?


The story behind this picture - For the past 6 years, a German shepherd called Capitán has slept next to the grave of his owner every night at 6pm. His owner, Miguel Guzmán died in 2006. Capitán, the dog, disappeared while the family attended the fueral services. A week later reatives of Guzmán were visiting the cemetery when they were astounded to find the dog next to the owner's grave. The cemetery director says that the dog comes around each night at 6pm, and has done so for the past 6 years !
ॐॐॐॐॐॐॐॐ
Remember to be respectful of others when you are on the internet. Whether you are writing an email or chatting online or writing on someone's Facebook or My Space page, remember to be kind, as you would if you were speaking to them in person - Be Polite Online
ॐॐॐॐॐॐॐ
Srimad Bhagwad Gita Simplified - Why do you worry without cause ? Whom do you fear without reason ? Who can kill you ? The soul is neither born, nor does it die.

Whatever happened, happened for the good . whatever is happening, is happening for the good .whatever will happen, will also happen for the good only. You need not have any regrets for the past.  You need not worry for the future .
The present is happening..What did you lose that you cry about ? What did you bring with you, which you think you have lost ? What did you produce, which you think got destroyed ? You did not bring anything, whatever you have, you received from here. Whatever you have given, you have given only here.

Whatever you took, you took from God. Whatever you gave, you gave to Him.
You came empty handed, you will leave empty handed. What is yours today, belonged to someone else yesterday, and will belong to someone else the day after tomorrow. You are mistakenly enjoying the thought that this is yours. It is this false happiness that is the cause of your sorrows. Change is the law of the universe. What you think of as death,is indeed life. In one instance you can be a millionaire, and in the other instance you can be steeped in poverty. 
Yours and mine, big & small erase these ideas from your mind.Then everything is yours and you 

belong to everyone.This body is not yours,neither are you of the body.The body is made of fire, water, air, earth andether, and will disappear into these elements.
But the soul is permanent - so who are you ? Dedicate your being to God.
He is the one to be ultimately relied upon. Those who know of his support are foreverfree from fear, worry and sorrow. Whatever you do, do it as a dedication to God. This will bring you the tremendous experience of joy and life-freedom forever.
पार्थ ! तुम व्यर्थ चिंता क्यों करते हो ? तुम बिन कारण से क्यों डरते हो ? कौन तुम्हें मार सकता है ? आत्मा ना पैदा होती है । और ना मरती है । जो कुछ भी हुआ । अच्छे के लिये हुआ । 

जो कुछ हो रहा है । अच्छे के लिये हो रहा है । जो भी होगा । केवल अच्छे के लिये । इसके अलावा कुछ नहीं होगा । तुम अतीत के लिए कोई पछतावा मत करो । तुम्हे भविष्य के लिए चिंता करने की भी जरूरत नहीं ।
वर्तमान चल रहा है । तुमने क्या खोया । जिसके लिए तुम रो रहे हो ? तुम क्या अपने साथ लाये थे । जो तुमको लगता है कि - तुमने खो दिया है ? तुमने क्या बनाया है कि - तुमको लगता है कि मिटा । कौन तबाह ? तुम कुछ भी । तुम जो भी हो । वो आपको यहाँ से प्राप्त हुआ है । आप साथ नहीं लाये । आपको जो भी दिया है । आप केवल यहाँ देखते है ।

आपने जो भी ले लिया । भगवान से लिया । जो भी तुम्हें दिया । तुम्हें उसने दिया । खाली हाथ आये । और खाली हाथ चले । जो आज तुम्हारा है । कल और किसी का था । परसों किसी और का होगा । इसलिये जो कुछ भी तुम करते हो । उसे भगवान के अर्पण करते चलो ।
तुम गलत सोचते हो कि - ये सब तुम्हारा है । जिसका तुम आनंद ले रहे हो । यह झूठी खुशी है जो कि अपने

दुख का कारण है । परिवर्तन बृह्मांड का नियम है । जो तुम्हें मृत्यु लगती है । वास्तव में वही जीवन है ।
1 पल में तुम 1 धनवान हो सकते हो । और अन्य उदाहरण में तुम गरीबी में डूब सकते हो ।
तेरा और मेरा । इन छोटी छोटी बातों को अपने दिमाग से मिटा दो । फिर सब कुछ तुम्हारा है । और तुम सबके । न यह शरीर तुम्हारा है ।और न तुम शरीर के । यह - पृथ्वी । आकाश । जल । वायु । और अग्नि से बना है । और अंत में इन्ही तत्वों में यह गायब हो जाएगा । लेकिन आत्मा स्थायी है - तो तुम कौन हो ? अपने आपको परमेश्वर को समर्पित करते चलो । वह पर अंततः होना एक है । जहाँ लोग - भय । चिंता और दुख से हमेशा के लिए मुक्त हैं । तुम जो भी करो । वह भगवान के लिए 1 समर्पण के रूप में करो । यह तुमको अपार ख़ुशी और मोह माया से बंधन से मुक्त जीवन देगा ।
ॐॐॐॐॐॐॐॐ
FOODS FOR THYROID HEALTH - Foods like seaweeds, coconut, spirulina ,codliver oil and various types of seafood, and foods that are grown in iodine-rich soil are useful for maintaining a fair level of iodine in the body. This ensures that iodine is available for extraction from the blood, stomach lining and the salivary glands whenever the need arises
ॐॐॐॐॐॐॐॐ

भगवान को भोग लगाने से पहले - क्या आप ऐसी मिठाई भगवान को अर्पण करोगे । जो शाकाहारी न हो । श्रीकृष्ण हर गौ को अपनी माता समझते थे । अपना बच्चा समझते थे । गौ में 33 कोटि देवता निवास करते हैं । जहाँ भगवान का निवास हो । ऐसी गौ माता । बैल । बछड़ा । इनकी आंत का प्रयोग करके ये चाँदी का वर्क बनता है । क्या हम हमारे ही बच्चो की माँ की आंत के प्रयोग से बना कोई भी मिष्ठान खा सकते है ? तो हमारे भगवान कैसे खायें ? क्या चांदी के वर्क वाली मिठाई ही स्वादिष्ट होती है ? अगर आप शुद्ध शाकाहारी हैं । तो कृपया ऐसी मिठाई को त्यागे । जिस पर चांदी का वर्क लिपटा है । अगर आप शाकाहारी हैं । तो अपने भगवान को भी रहने दें । कुछ लोग होते हैं । जो चांदी के वर्क की मिठाई को अपना HIGH STATUS समझते हैं । पर ये गलत है । कोई भी मिठाई चांदी वर्क लगाने से उच्च नहीं होती । मिठाई अगर शुद्ध हो । तो वो उच्च प्रति की मानी जाती है ।

और भगवान भी उसी को स्वीकार करते हैं । शाकाहार 1 उत्तम आहार है ।
ॐॐॐॐॐॐॐॐ 
Just as God created the sun  the earth  the moon  the electricity  the atmosphere in the previous cycles . so has He done in the present and so will He do in the future  - RIG VEDA 10: 190
ॐॐॐॐॐॐॐॐ 
दोस्तो ! याद रखना क्रांतिकारी मंगल पांडे को । जिसने आजादी की पहली गोली गौ माता की रक्षा के लिए चलाई थी । और अंग्रेज़ मेजर हयूसन को उड़ा दिया था । और फिर उनको फांसी हुई । हमारे क्रांतिवीर गौ माता के रक्षा के लिए फांसी पर चढ़े हैं । और आप गौ माता की रक्षा के लिए इस विदेशी कंपनी nestle से समान खरीदना बंद नहीं कर सकते ? याद रखो । ये वही विदेशी कंपनी nestle है । जो अपनी चाकलेट kitkat मे गाय के बछड़े के 

मांस का रस मिलती है । मैगी खाने वालों को चेतावनी - गाय का मांस बेचने वाली इस कंपनी की मैगी खाना छोड़ दो । नहीं तो खुद को हिन्दू कहना छोड़ दो । और पूरे ही मुल्ला बन जाओ । अगर हम maggi खरीदते हैं । और ये तर्क देते हैं कि - ये शाकाहारी है । non veg वाली नहीं । तो ये न भूलें कि इसमें भी हमारा ही भुगतान किया गया धन काम लिया गया है ।
ॐॐॐॐॐॐॐॐ
कभी कभी हमारे जीवन में संघर्ष ही वो चीज होती है । जिसकी हमें सचमुच आवश्यकता होती है । यदि हम बिना किसी struggle के सब कुछ पाने लगे । तो हम भी 1 अपंग के सामान हो जायेंगे । बिना परिश्रम और संघर्ष के हम कभी उतने मजबूत नहीं बन

सकते । जितना हमारी क्षमता है । इसलिए जीवन में आने वाले कठिन पलों को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखिये । वो आपको कुछ ऐसा सिखा जायंगे । जो आपकी ज़िन्दगी की उड़ान को possible बना पायेंगे ।
1 बार 1 आदमी को अपने garden में टहलते हुए किसी टहनी से लटकता हुआ 1 तितली का कोकून दिखाई पड़ा । अब हर रोज़ वो आदमी उसे देखने लगा । और 1 दिन उसने notice किया कि - उस कोकून में 1 छोटा सा छेद बन गया है । उस दिन वो वहीं बैठ गया । और घंटो उसे देखता रहा । उसने देखा कि - तितली उस खोल से बाहर निकलने की बहुत कोशिश कर रही है । पर बहुत देर तक प्रयास करने के बाद भी वो उस छेद से नहीं निकल पायी । और फिर वो बिलकुल शांत हो गयी । मानो उसने हार मान ली हो ।
इसलिए उस आदमी ने निश्चय किया कि - वो उस तितली की मदद करेगा । उसने 1 कैंची उठायी । और

कोकून की opening को इतना बड़ा कर दिया कि - वो तितली आसानी से बाहर निकल सके । और यही हुआ । तितली बिना किसी और संघर्ष के आसानी से बाहर निकल आई । पर उसका शरीर सूजा हुआ था । और पंख सूखे हुए थे ।
वो आदमी तितली को ये सोच कर देखता रहा कि - वो किसी भी वक़्त अपने पंख फैला कर उड़ने लगेगी । पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ । इसके उलट बेचारी तितली कभी उड़ ही नहीं पाई । और उसे अपनी बाकी की ज़िन्दगी इधर उधर घिसटते हुए बितानी पड़ी ।
वो आदमी अपनी दया और जल्दबाजी में ये नहीं समझ पाया कि - दरअसल कोकून से निकलने की प्रक्रिया को प्रकृति ने इतना कठिन इसलिए बनाया है । ताकि ऐसा करने से तितली के शरीर में मौजूद तरल उसके पंखों में पहुँच सकें । और वो छेद से बाहर निकलते ही उड़ सके ।
ॐॐॐॐॐॐॐॐ 
success is not the key to happiness but happiness is the key to success
प्रसन्न रहना ही सफल जीवन का राज़ है । ईश्वर ने मनुष्य को बहुत सारी खूबियाँ और अच्छाईयां दी हैं । मनुष्य वो प्राणी है । जिसके अन्दर सोचने समझने की अपार क्षमता है । जो जीवन को बस यूँ ही जीना या व्यर्थ करना नहीं चाहता । हर व्यक्ति के अन्दर 1 बहुत ही प्रबल इच्छा होती है - सफल होने की । कुछ कर

दिखाने की । और अपनी 1 पहचान पाने की । कुछ लोग अपनी इस इच्छा को दिन पर दिन बढ़ाते हैं । और कुछ लोग समाज या परिश्रम के डर से इसे दबा देते हैं । पर अपने आपसे पूछ कर देखिये कि - कौन ऐसा जीवन जीना नहीं चाहता । जिसमे लोग आपसे प्रेम करें । और आपको पहचानें । सफलता के कई सारे कारण होते हैं । जैसे - दृण निश्चय । मेहनत करना । सपने देखना । और उन्हें पूर्ण करने की दिशा में कार्य करना । सच्चाई । ईमानदारी । जोखिम उठाने की क्षमता इत्यादि ।
पर सफलता का 1 ऐसा कारक भी है । जिसे हम अक्सर नज़रंदाज़ कर देते हैं । और वो है - स्वयं से प्रेम करना । अपने आपसे प्रेम करना । और अपना आदर करना । सफल व्यक्तियों का 1 बहुत ही प्रबल गुण होता है ।
कभी आराम से बैठ कर सोचिये  - आप सबसे अधिक किससे प्रेम करते हैं ? whom do you love most ? ये बात अगर आप किसी से पूछें । तो आम तौर पर जवाब आयेगा my parents  my children  my spouse etc etc जितने लोग । उतने जवाब । अगर आप गहराई से सोचें । तो इस प्रश्न का आपको 1 ऐसा उत्तर मिलेगा । जिसे आप मुश्किल से ही accept कर पायेंगे । और वो जवाब है - अपने

आपसे । जी हाँ ! इस दुनिया में सबसे अधिक प्रेम आप स्वयं से ही करते हैं । अगर देखा जाये । तो हर छोटे से छोटा औए बड़े से बड़ा काम हम अपनी ख़ुशी के लिए ही तो करते है ? चाहे वो विवाह के बंधन में बंधना हो । कोई नौकरी करना हो । माँ बनना हो । किसी की मदद करना हो । किसी को दुखी करना हो । कुछ भी । हाँ ! अंतर सिर्फ ख़ुशी पाने के स्रोत में होता है । कुछ को दूसरों को ख़ुशी देकर सुख मिलता है । और कुछ को दूसरों के कष्ट से । महात्मा गाँधी । मदर टेरेसा । और दुनिया के कई समाज सुधारक । क्या इन्होनें अपनी ख़ुशी के बारे में नहीं सोचा ? निःसंदेह सोचा । ये वे लोग थे । जिन्हें दूसरों को प्रसन्न देख कर ख़ुशी मिलती थी । कुछ लोग स्वयं से प्रेम करने को अनुचित समझते हैं । क्योंकि लोगों के मन में अक्सर ये धारणा रहती है कि - जो व्यक्ति स्वयं से प्रेम करता है । वो selfish होता है । और दूसरों से प्रेम कर ही नहीं सकता । तो इसका उत्तर ये है कि - अपने आपसे प्रेम करना कभी ग़लत हो

ही नहीं सकता । क्योंकि जो व्यक्ति अपने आपसे प्रेम नहीं करता । वो किसी और से सच्चा प्रेम कर ही नहीं सकता । जो अपने आपसे संतुष्ट नहीं । वो किसी और को संतुष्ट कैसे रख सकता है ?
unless you fill yourself up first you will have nothing to give to anybody
अपने आपसे प्रेम करने का अर्थ है - स्वयं को निखारना । अपने अन्दर की अच्छाईयों को खोजना । अपने लिए सम्मान प्राप्त करना । अपना self statement positive रखना । अपने आपको प्रेरित करते रहना । और अपने साथ हुई हर अच्छी बुरी घटना की जिम्मेदारी खुद पर लेना । ये हमेशा याद रखिये कि - आप दूसरों को प्रेम और सम्मान तभी बाँट पाएंगे । जब आपके पास वो वस्तु प्रचुर मात्र में

होगी ।.स्वयं से प्रेम करना उतना ही स्वाभाविक है । जिंतना कि सांस लेना । Bible में कहा भी गया है कि - हमें दूसरों से भी उतना ही प्रेम करना चाहिये । जितना हम स्वयं से करते हैं । परन्तु कभी कभी हम अपने आपसे प्रेम करना भूल जाते हैं । मशहूर psychologist Sigmund Freud ने मनुष्य के अन्दर 2 प्रकार की instinct का ज़िक्र किया है - 1 constructive 2  distructive. कुछ लोग अपनी भावनाओं का प्रदर्शन constructive तरीके से करते हैं । उन लोगों को अच्छे कार्य करके प्रसन्नता मिलती है । और कुछ लोगों को विनाश करके और दूसरों को तकलीफ पहुंचा कर । अगर आप कोई भी distructive कार्य कर रहे हैं । अपने आपको उदास बनाये हुए हैं । और अपने जीवन से निराश हैं । तो आप स्वयं से प्रेम नहीं करते । जो व्यक्ति अपने आपसे प्रेम नहीं करता । वो दूसरों को तो प्रेम दे ही नहीं सकता । क्योंकि किसी भी भाव को जब तक आप अपने ऊपर अजमा कर नहीं देखेंगे । उसका स्वाद खुद नहीं चखेंगे । तब तक दूसरों के सामने उसे बेहतर बना कर कैसे पेश करेंगे । स्वयं से प्रेम करने का अर्थ " मैं " से नहीं है

। बल्कि इसका अर्थ है । अपनी अच्छाइयों को पहचान कर उसे बाहर निकालना । और सही अर्थ में अपने आपको grow करना । मनो चिकित्सा में भी अपने जीवन से निराश और depressed patients के उपचार के लिए उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य ढूँढ़ने के लिए । अर्थ हीनता को दूर करने के लिए कहा जाता है । ज़रा सोचिये कि - वो कौन सी मनःस्थिति होती होगी । जिसमें मनुष्य आत्म हत्या करने की ठान लेता है ? ऐसी स्थिति केवल और केवल तभी उत्पन्न होती है । जब मनुष्य का स्वयं से कोई लगाव नहीं रह जाता । वह किसी वजह से अपने आपसे घृणा करने लगता है । और अपने आपको दंड देता है । तो सोचिये कि - अपने आपसे प्रेम करना कितना ज़रूरी है । क्योंकि जिस दिन आप स्वयं से प्रेम करना छोड़ देंगे । उस दिन आपके जीवन का अस्तित्व भी नहीं रहेगा । क्योंकि it is impossible that one should love god but not love oneself क्योंकि अपने जीवन की शुरुआत भी आपसे ही है । और अंत भी आपसे । इसलिए ईश्वर से हमेशा प्रार्थना करनी चाहिए कि - वो हमें ऐसे कार्य करने की शक्ति दे । जिससे हम स्वयं का आदर कर पाएं । कहा भी गया है कि - हमको मन की शक्ति देना । मन विजय करें । दूसरों के जय से पहले । खुद को जय करें ।
ॐॐॐॐॐॐॐॐ
कुछ कड़वा बोलने से पहले याद रखें - भला बुरा कहने के बाद कुछ भी करके अपने शब्द वापस नहीं लिए जा सकते । हाँ ! आप उस व्यक्ति से जाकर क्षमा ज़रूर मांग सकते हैं । और मांगनी भी चाहिए । पर human

nature कुछ ऐसा होता है कि - कुछ भी कर लीजिये । इंसान कहीं ना कहीं hurt हो ही जाता है । जब आप किसी को बुरा कहते हैं । तो वह उसे कष्ट पहुँचाने के लिए होता है । पर बाद में वो आप ही को अधिक कष्ट देता है । खुद को कष्ट देने से क्या लाभ ? इससे अच्छा तो है कि - चुप रहा जाये ।
1 बार 1 किसान ने अपने पडोसी को भला बुरा कह दिया । पर जब बाद में उसे अपनी गलती का एहसास हुआ । तो वह 1 संत के पास गया । उसने संत से अपने शब्द वापस लेने का उपाय पूछा ।
संत ने किसान से कहा - तुम खूब सारे पंख इकठ्ठा कर लो । और उन्हें शहर के बीचो बीच जाकर रख दो । किसान ने ऐसा ही किया । और फिर संत के पास पहुँच गया ।

तब संत ने कहा - अब जाओ । और उन पंखों को इकठ्ठा करके वापस ले आओ ।
किसान वापस गया । पर तब तक सारे पंख हवा से इधर उधर उड़ चुके थे । और किसान खाली हाथ संत के पास पहुँचा । तब संत ने उससे कहा - ठीक ऐसा ही तुम्हारे द्वारा कहे गए शब्दों के साथ होता है । तुम आसानी से इन्हें अपने मुख से निकाल तो सकते हो । पर चाह कर भी वापस नहीं ले सकते । इस कहानी से क्या सीख मिलती है ?
ॐॐॐॐॐॐॐॐ 
New version of -  हर 1 फ़्रेंड जरूरी होता है ।
चाय को जैसे गरम पीना होता है । वैसे हर 1 फ़्रेंड कमीना होता है ।
कोई साला madam से शिकायत लगाये । कोई साला  homework की notebook चुराये । 

कोई जो  तुम्हारा lunch खा जाये । कोई जो gf / bf के सामने बैंड बजाये । 
जैसे हर 1 नाग जहरीला होता है । वैसे हर 1 फ़्रेंड कमीना होता है ।
What say Guys - रिश्ता वही । सोच नयी । Dedicated to all my Stupid N Craziest Frnds..
Piyuesh
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐ 
It is not the question of whose mistake it is in a relationship; it is a question of whose life ! You cannot get your life right by convincing the world that it is wrong . You can neither get your life right by blaming others . It does not matter who is right or who is wrong . What really matters is that you got to get your life right . So  YouTurn instead of expecting the world to turn . Instead of accepting yourself as you are and expecting the world to change, accept the world as it is and you start changing; atleast change your approach towards the world . Let life be beautiful " because of the world " Also let life be beautiful " inspite of the world - Spirited Butterfly

27 सितंबर 2012

इस्लाम कोई धर्म ? या लोगों को 1 व्यक्ति की कार्बन कापी बनाना


10 पैसे किलो कोयला बेचने वाले शातिर 10 पैसा यूनिट बिजली भी बना सकते हैं । लेकिन यह विदेशी ईसाईयो के लिए घातक होगा । इसलिये कांग्रेस ने हर क्षेत्र के अनुसंधान को भी बंद करा रखा है ।
सौर ऊर्जा से बिजली बनाने में कुछ भी नहीं करना होता है । आप खाना खाना भूल सकते हैं । लेकिन आपका पैनल बिजली बनाना नहीं भूलेगा ।
सोलर पैनल की 25 साल की गारंटी होती है । और 40 साल तक की वारंटी । यानी यह काम करेगा । लेकिन 80% क्षमता पर । आंधी में टूट नहीं गया । तो 40 साल तक बिजली देगा ।
भारत में उपलब्ध तकनीक और संसाधनों का प्रयोग किया जाये । तो यह पैंनल 20/- प्रति वाट के हिसाब से 

बाजार में सरकार लाकर हर घर को 11 घंटे अनिवार्य बिजली दे सकती है । क्योकि पैनल ऊष्मा से नहीं । प्रकाश से काम करते हैं ।
यही 1 000 वाट का पैनल 11 घंटे काम करे । तो 11 Unit बिजली बनेगी । और यह बिना रुके 365 दिन और 30 साल ( औसत ) काम करेगा । अपने जीवन काल में बिना कुछ खर्च किये ।
11 x 365 x 30 years x @ Rs.3.00 Unit = Rs.3 61 350/- की बिजली मिलेगी ।
1000 वाट पैनल लगाने पर 1000 x 20 = 20 000/- रुपये खर्च होंगे ।
30 साल में 30 x 365 x 11 यूनिट बिजली बनेगी । यानी 1 20 450 यूनिट ।

20 000/- के खर्चे को 1 20 450 यूनिट से भाग दीजिए । तो यह 16.60 पैसे प्रति यूनिट आएगा । और आप अपने पावर हाउस के स्वयं मालिक होंगे । और रोज गारंटेड बिजली मिलेगी । अब इसी खर्चे में सब जोडते जाईए । लेकिन यह 1.00 रुपये कभी भी नहीं हो पायेगा ।
चीन इस समय सोलर पैनलो का बेतहाशा उत्पादन कर रहा है । और उसका खर्च 25/- रुपये वाट पड रहा है । लेकिन भारी मात्र में उत्पादन से और ऊर्जा के लिए खुद सूर्य ऊर्जा ही प्रयोग किया जाये । तो यह खर्चा भारत के लिए 20/- रुपया ही आयेगा ।
सूर्य ऊर्जा और थोरियम भारत को फिर से विश्व की महा शक्ति बना देंगे । लेकिन बीच में लुटेरो की जमात आ जाती है । मोदी जी ने गुजरात में सौर ऊर्जा का भरपूर उपयोग किया है । तभी वहाँ कभी बिजली नहीं जाती । साभार - Sanjeev Dagar
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ 
Reflexology: Best natural way to be fit,healthy and keep away diseases .

Reflexology: Hand Backside Chart
Press with thumb for 5 seconds & release for 3 seconds,
in the affected point. Repeat for 2-3 minutes, for 5 to 10 days. you will get relief..
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
Treat urself naturally with acupressure points.. feel free to share,like n tag

Press with thump for 5 seconds & release for 3 seconds, in d affected point. Repeat for 2-3 minuts,for 5 to 10 days. u wil get relief..
ॐॐॐॐॐॐॐॐ
WARNING - पोस्ट पूरी पढ़े बिना कमेन्ट न करे । मुर्खता पूर्ण कमेन्ट न करे । पहले सवालों के जवाब दें । गाली गलौज करने वाले मुर्ख दूर ही रहें ।
NOTE - कोई भी मित्र ये पोस्ट कापी कर सकता है । इसे अधिक से अधिक प्रचारित करें । और साईं के पाखंड को दूर करने में सहायता करें । 
पूरी पोस्ट यहाँ पढ़े - http://hindurashtra.wordpress.com/2012/09/10/132/
1 पूर्व शिर्डी साईं भक्त ( मेरे मित्र ) का साईं के बारे में लिखा 1 पत्र ।

Posted by कुरआन और इस्लाम की असलियत on सितम्बर 10, 2012
मेरे 1 मित्र हैं - विक्रमादित्य दलवी ।
कुछ दिन पहले मैंने शिर्डी के साईं के पाखंड । और उनके द्वारा हिन्दुओं के मन को घोर इस्लामिक बनाने के षडयंत्र । और कुछ मुसलमानों द्वारा शिर्डी साईं के नाम का फायदा उठा कर हिन्दुओं को सेकुलर । और फिर सेकुलर से धर्मांतरण करने के षडयंत्र को जोर शोर से उठाया था । कुछ हद तक मैं उसमे सफल भी हुआ । पर इसी बीच 1 मित्र से बात हुई । उन्होंने मुझसे मेरा मेल एड्रेस माँगा । और कहा कि - उनके पास साईं के बारे 

में कुछ लेख है । जिसे वे मुझे देना चाहते है । मेरे मन में उत्सुकता बढ़ी । और जब आज उन्होंने वो जानकारी मुझे दी । मैं भी उस जानकारी को आप सभी के सामने सार्वजनिक कर रहा हुँ । मेरा मत है कि - इसे पढ़ कर शायद शिर्डी साईं के अंध भक्तो में कुछ तो जागृति आये । और वो इस पाखंड को छोड़ कर धर्म के रास्ते पर आ जायें । वो जानकारी मैं आप सभी के सामने रख रहा हुँ ।
नमस्कार भाई ! मैने आपको साई बाबा के विषय में सूचना देने के बारे में पत्र लिखा था । जब मैने आपका ब्लाग देखा । जिसमें आपने साई के मुस्लिम होने के प्रमाण दिये हैं । उससे ये प्रमाणित तो हो जाता है कि - वह इस्लाम को मानने वाला था । किंतु बहुत से लोग ( जो ब्लाग में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे ) ऐसे थे । जिनको साई के मुस्लिम होने में कोई आपत्ति नहीं थी । इसका कारण ये है कि - भारत में गांधी नेहरू द्वारा चलाये हुये असत्य प्रचार के प्रभाव में ये सब लोग हैं । जो ये कहता है कि - सभी धर्म 1 समान ( जिसमें इस्लाम भी 1 है । ऐसा ये लोग मानते है )
इसलिये केवल साई मुस्लिम था । इतना कहना अधुरा कार्य होगा । हमें इन लोगों को बताना होगा कि - इस्लाम को मानने का अर्थ । मानवता का सबसे बडा द्रोह है । वो ऐसे कि - इस्लाम विश्व का विभाजन 2 युद्ध मान समूहो में करता है । 1 अल्ला के पक्ष से

लढने वाले मोमिन ( मुसलमान ) और 2 काफिर ( इस्लाम को न मानने वाले । जिसमें सारे अमुस्लिम NON MUSLIM आते हैं । इन काफिरों को बर्बरता से मारने पर स्वर्ग में सुंदर सुंदर 72 अप्सराओं का उपभोग मिलता है । ऐसी विकृत धारणा को मानने से वह व्यक्ति मुस्लिम बनता है । अब वाचक वर्ग को सोचना चाहिये कि - ऐसी सोच वाला ( इस्लाम की मानवता विरोधी धारणा ) व्यक्ति साधू पुरुष ( इसमें साईं आता है ) या पूजा योग्य कैसे हो सकता है ?
इस विषय को समझाने के लिये मैं स्वयं अपना उदाहरण देता हुँ । चाहे तो आप इस उदाहरण को वाचकों के समक्ष रख सकते हैं ।
1 समय मै भी साई बाबा का निस्सीम भक्त हुआ करता था । प्रति गुरुवार को साई का दर्शन करना । मेरी 

दैनंदिनी का भाग था । ऐसे ही कुछ वर्ष बीत गये । और 1993 में मुस्लिम दंगे हुये । मैं मुंबई में जिस भाग में रहता था । वहाँ राधा बाई चाल नामक हिंदु बस्ती को जलते हुए मैंने देखा । मस्जिदों में से विद्वेष पूर्ण भाषण दिए जाते थे । हिंदु बस्ती पर हमला करने का मार्ग दर्शन खुले आम मस्जिद से किया जाता था । इस विद्वेष को फैलाने में मस्जिद का मुल्ला कुरान और हदीस जैसे इस्लामी साहित्य का संदर्भ देता था । जब ये सब मैंने अपने आखो से देखा । तो साईं बाबा की सीख ( जो कहती है - सभी धर्म 1 समान ) के प्रति मेरे मन में संदेह के प्रश्न उठने लगे ।
आगे चलकर जब इस्लामी साहित्य का अध्ययन ( कुरान । हदीस । सीरा ( मुहम्मद का आत्म चरित्र ) और सुन्ना ) किया । तब - सभी धर्म 1 समान.. का असत्य बुलबुला मेरे मन से फुट गया ।
मेरे प्रिय साईं भक्तो ! क्या आप जानते हैं कि - इस्लाम में हर 1 मुस्लिम को श्रेष्ठ मुस्लिम बनने के लिए इस्लामी जीवन शैली का अनुसरण करना पड़ता है । जिससे वह स्वर्ग पहुँचता है । इस व्याख्या को इस्लाम ने बहुत सहज बनाया है । मुहम्मद का आचरण 1 आदर्श आचरण है । हर 1 व्यक्ति जो मुस्लिम है । वह मुस्लिम बने रहने के लिए अपने जीवन में मुहम्मद का आचरण करता है । इस आचरण करने को सुन्ना पालना कहते है । और वैसे आचरण करने वाले सुन्नी ।

जैसे कि - मुल्ले दाढ़ी रखते हैं ( मुहम्मद दाढ़ी धारी था । और 1 विशिष्ट प्रकार से उस पर हाथ घुमाता था । मुस्लिम भी ठीक वैसे ही अपनी दाढ़ी पर हाथ घुमाते हैं )
उस दाढ़ी को लाल रंग में रंगते हैं ( क्योंके मुहम्मद लाल डाई का उपयोग करता था ) इस्लामिक टू्थ ब्रश का उपयोग करते हैं । जिसे मिस्वाक कहते हैं ( मुहम्मद इसका उपयोग करता था )
बड़े भाई का कुरता ( घुटनों के नीचे तक आने वाला लंबा झब्बा ) और छोटे भाई का पजामा ( छोटा पजामा जिसमे पैरों की ऐडियाँ दिखती हैं ) पहनते हैं ( बिलकुल मुहम्मद जैसा )
बैठ कर मूतते हैं । और ईट को अपने लूली पर विक्षिप रूप से घुमाते हैं । जैसे मुहम्मद करता था ।
नदी के तट पर घर हो । फिर भी ये मुल्ले जुम्मे से जुम्मे क्यों नहाते हैं ? ये भी आप समझ चुके होंगे ।

इतना भी नही सोचते कि - रेगिस्तान में रहने वाला मुहम्मद चाहकर भी प्रतिदिन नहा नही सकता था ।
मुसलमान कहते हैं - हम वंदे मातरम नही कहेंगे । क्योंकि हम मातृभूमि को नहीं मानते । तो फिर ये मुहम्मद की अरब भूमि के आगे दिन में 5 बार माथा क्यों रगड़ते हैं ( ये भी मुहम्मद का सुन्ना है । जिसके आधार पर मुहम्मद सारे विश्व को उसकी मातृभूमि के आगे झुकाता है )
ये मुल्ले अपने बच्चो के नाम सारे अरबस्तान से आयात Import करते हैं । क्यों ? मुहम्मद ने कहा - इसलिये । ये तो इस्लाम जैसे धर्म की आड में अरब श्रेष्ठता का विषैला साम्राज्यवाद ही हो । ऐसा प्रतीत होता है ।
इतना ही नहीं । ये मुस्लिम अपनी कमाई में से कम से कम 10% जकात के रूप में मुहम्मद की मातृभूमि अरब देशों को भेजते हैं । यह भी इस्लामी सुन्ना है ।

अपना घर बार बेचकर हज की यात्रा करने वाले कई मुस्लिम आपको भारत पाकिस्तान और अफ्रीका के अनेक भागो में मिलेंगे । इससे अरब राष्ट्रों को इतना पैसा मिलता है कि - कोई भी काम किये बिना वे राजा के समान जीवन बिता सकते हैं । यदि उनका तेल समाप्त हो जा्ये । तो भी ।
मुहम्मद का इस्लाम उसके देश बंधूओ ( अरबो ) के लिए 1 वरदान सिद्ध हुआ है । और अरबेतर ( जो मुस्लिम अरब नही हैं । वे ) अरब राष्ट्र के गुलाम । जिन्हें अपने आप में कोई अस्तित्व नहीं ।
इसी मुहम्मद की सीख है कि - उसे न मानने वाले काफिर हैं । जिन्हें कत्ल करना भी मुहम्मद का सुन्ना ( आचरण ) है । काफ़िर वे हैं । जो मुहम्मद का आचरण नहीं करते । इसलिये वे सबके सब नर्क में सड़ेंगे । क्या ये विचार धारा का पाठ पढा के शांति और सुखी जीवन संभव है ?
यदि कोई मुस्लिम इस सुन्ना को नही पालता । तो वह नर्क भागी काफ़िर हो जायेगा । यही इस्लामी साहित्य बताता है ।
यहाँ मैं साईं भक्तों से पूछना चाहता हूँ कि - क्या दाढ़ी बढ़ाना । या किसी विशिष्ठ रंग से उसे रंगना । मोक्ष प्राप्ति का साधन आप मान सकते है ?
आप मानते हो - सभी धर्म 1 समान । तो क्या आप मानते हैं कि - बैठ कर मूतने में । और फिर किसी सड़ी हुई ईट को अपनी लूली पर घुमाने में । कोई महान आध्यात्मिक रहस्य छुपा है ?
क्या इस्लाम कोई धर्म है ? या लोगों को 1 व्यक्ति की कार्बन कापी बनाने की प्रकिया ? जिस प्रक्रिया में धर्म के सम्मोहन सें उन्हें अरब श्रेष्ठता का दास बनाया जाये ?

मुहम्मद का सुन्ना मुसलमानों को ये भी सिखाता है कि - जब बल से काफिरों को मुस्लिम बनाना संभव न हो । तो तुम झूठ बोल कर इस्लाम को फैला सकते हो ।
Qur’an ( 16:106 ) http://www.cmje.org/religious-texts/quran/verses/016-qmt.php#016.106
Qur’an ( 2:225 ) http://www.cmje.org/religious-texts/quran/verses/002-qmt.php#002.225
यह झूठ बोलना । जो इस्लाम का प्रसार करने हेतु है । उसे अल तकिया कहा जाता है ।
संदर्भ - http://wikiislam.net/wiki/Lying_and_Deception_in_Islam
http://en.wikipedia.org/wiki/Taqiyya
अब इस्लाम की इस पार्श्व भूमि को जानकर हम साईं बाबा की कहानी को देखते हैं । मै स्वयं 1 समय साईं

भक्त था । इसलिए कई बार साईं सत चरित पढ़ चूका हूँ । और आपने भी पढा होगा ? चलो हम उसकी घटनाओ को फिर से देखेंगे ।
साईं बाबा नियमित रूप से नमाज पढते थे । और कुरआन का अध्ययन करते थे । जिसकी शुरुआत अल फातिया ( कुरआन का पहला अध्याय ) से करते थे ।
मित्रों ! कुरआन का अध्ययन और पठन साईं बाबा नियमित रूप से करते थे । और उपदेश करते थे कि - सभी धर्म और धर्म ग्रन्थ ( जिसमें वे इस्लाम को भी 1 मानते थे ) मानवता की सीख देते हैं ।
चलो आज हम देखते हैं । उस कुरआन में क्या दिया है ? कुछ आयतें आप स्वयं पढ़िये । और निर्णय कीजिये ।
- O ye who believe ! Murder those of the disbelievers ( kafirs ) and let them find harshness in you. ( Repentance: 123 ) कुरआन सूरा 9 आयत 123
http://quranhindi.com/
- Humiliate the non-Muslims to such an extent that they surrender and pay tribute. ( Repentance: 29 ) कुरआन सूरा 9 आयत 29

- Certainly, God is an enemy to the unbelievers. ( The Cow: 90 ) कुरआन सूरा 2 आयत 90
- God has cursed the unbelievers, and prepared for them a blazing hell. ( The Confederates 60 )
- Do not let non-Muslims enter mosques. They will go to hell. ( Repentance: 17 )
- O ye who believe! The non-Muslims are unclean. So let them not come near the Inviolable Place of Worship. ( Repentance: 28 ) कुरआन सूरा 17 आयात 17
- I ( Allah ) shall cast terror into the hearts of the unbelievers. Strike them above the necks, smite their finger tips . ( Qur’an 8.12 )
काफिरों के प्रति इतनी क्रूरता । और घृणा करने वाला कुरआन शांति और प्रेम का संदेश कहाँ दे रहा है ? सामान्य द्वेषान्ध मुस्लिम कुरआन के इस सीख का जीता जागता प्रमाण हैं ।
फिर साईं भक्तों से मेरा प्रश्न है कि - साईं बाबा ने कुरआन शांति का संदेश देता है । ऐसा झूठ क्यों बोला ?
यदि तुम ऐसा कहोगे कि - साईं बाबा कुरआन ठीक से पढ़ नही पाये । तो भी ठीक नहीं । क्योंकि तुम मानते 

हो कि - वे तो अनंत कोटि बृह्मांड नायक और अंतर्यामी हैं ।
इसका उत्तर तुम नही दे सकते । क्योंकि तुम साईं के अल तकिया का शिकार हो ( जैसे 1 समय मै भी था ) उसके सम्मोहन में तुम इतने अंधे हो चुके हो कि - सत्य को भी नही देख सकते ।
आज लव जिहाद में फँसकर इस्लाम के चंगुल में अटकने वाली लड़कियाँ अपने इस्लाम पूर्व जीवन में इसी साईं के - सभी धर्म 1 समान.. के अल तकिया का शिकार होती हैं । अर्थात लोगों को इस्लाम के जाल में फाँसने के लिए इन जिहादियों की साईं बाबा मरणोपरांत बहुत सहायता कर रहे हैं ।

तुम कहते हो कि - ईश्वर को हम किसी भी नाम से कहें । तो क्या फर्क पड़ता है । फिर हम उसे अल्ला्ह ही क्यों न कहें । अब आपने देखा कि - कुरआन का अल्लाह काफिरों को नर्क की आग में झोक देता है । केवल इसलिये कि - वे मुहम्मद को नहीं मानते । क्या ऐसे दुरात्मा को भी तुम भगवान कह सकते हो ?
यदि हाँ ! तो ईश्वर और शैतान में अंतर ही क्या है ?
साईं के सम्मोहन से निकलो । जो तुम्हें अज्ञान के अंधकार में डूबो कर इस्लाम की अरब काल कोठरी में डाल देगा । समय है । इस अंधकार से जाग कर सत्य के प्रकाश की और चलने का । एक भूतपूर्व साईं भक्त ।

26 सितंबर 2012

हिन्दुओं में शादी 7 जन्मों का पवित्र बंधन


अगर कोई मुस्लिम कन्या हिन्दुओं से शादी करेगी । तो उसे निम्न लिखित फायदे बिना मांगे ही मिल जायेंगे  । 1 तलाक का डर नहीं ( क्योंकि हम हिन्दुओं में शादी 7 जन्मों का पवित्र बंधन माना जाता है )
2 सूअरों की तरह 20 -25 बच्चे पैदा करने से आजादी । 3 बुरके से आजादी । 4 घर में पूर्ण सुरक्षा ( अपने भाई । चाचाओं और मौसाओं से ) 5 उनके बच्चे पंचर नहीं बनायेंगे । बल्कि 5 रुपया देकर बनवायेंगे । 6 बच्चे भी हमेशा प्राकृतिक रहेंगे । कहीं से कोई काट छाँट नहीं होगी । 7 बच्चियों की भी घर में पूर्ण सुरक्षा ( मुहम्मद साहब और फातिमा का प्रकरण तो आप लोगों को याद ही होगा । जबकि दोनों सगे बाप बेटी थे )  8 बच्चे आतंकवादी नहीं 

बनेंगे । 9 और सबसे बड़ी बात कि - आप बैठे बिठाये दुनिया के सबसे पवित्र और गौरवशाली हिन्दू सनातन धर्म का हिस्सा बन जाओगे ।
तो देखा मुस्लिम कन्याओं । शादी एक । फायदे अनेक । जल्दी करें । ये सुनहरा मौका हाथ से जाने ना पायें । आफर सीमित समय के लिये ही है । अंत में बस इतना ही कहूँगा कि - अपने भाई चाचाओं और मौसाओं को देखा बार बार । हिन्दुओं को भी देखो एक बार ।
http://www.facebook.com/photo.php?fbid=535505946465313&set=a.402583873090855.113599.256288937720350&type=1&theater
♥♥♥♥♥♥

Fact Of The Day - Coriander leaves have many health benefits like they are a rich source of minerals and vitamins. Like thiamine, vitamin C, riboflavin, phosphorus, calcium, iron, niacin, sodium, carotene, oxalic acid, and potassium. It is a good source of dietary fiber . Citronelol found in coriander is a very good antiseptic and in turn helps to heal the mouth ulcers. धनिया
♥♥♥♥♥♥
प्रभु ने पहले कौमार सर्ग में - सनक । सनंदन । सनातन । और सनत कुमार । इन 4 ब्राह्मणों के रूप में अवतार ग्रहण करके कठिन अखंड बृह्मचर्य का पालन किया । ये 4 ऋषि भगवान के प्रथम अवतार हैं । ये 4 कुमार शाश्वत मुक्तात्मा हैं । इनकी आयु बहुत अधिक होने पर भी ये 5 वर्ष के बालकों जैसे ही 

लगते हैं । ये चारों जन्मजात शुद्ध पवित्र हैं । चारों कुमारों ने सिद्धेश्वरों की तरह सभी यौगिक सिद्धियों को प्राप्त तपस्या के द्वारा किया । चारों कुमार बहुत प्रकांड विद्वान् हैं । और मुक्ति परम सत्य को समझाने में समर्थ हैं । चारों कुमार निवृत्ति मार्ग के भी आचार्य हैं । तथा चारों कुमार सांख्य दर्शन के आचार्य भी हैं । और देवताओं के पूर्वज माने जाते हैं ।
the four Kumars are the first Avtaar of Shri Narayan , ,they are 1 Sanak Kumar
2 Sanandan Kumar 3 Sanaatan Kumar  4 Sanat Kumar 
Kumars are eternaly liberated souls.  All of them are pious and virtuous right from their birth .Despite being very senior in age the Four

Kumars are said to wander the universe in the forms of small children.Not for a single moment in their minds, came the desires for worldly matters. They never face any danger to their lives and always remaine like a child of five years. Neither do they have mudane desires nor do they suffer from defects. These four Kumars, as siddhesvaras, had achieved all the yogic perfectional achievements ( siddhis ). These four Kumars are vastly learned, and they preached the philosophical way of understanding the Absolute Truth.They are possessed also of deep knowledge of the Sankhya philosophy. They are

preceptors of the scriptures on duty and it is they that introduce the duties of the religion of Nivritti (inward contemplation), and cause them to flow in the worlds
♥♥♥♥♥♥
DRINK WATER ON EMPTY STOMACH - It is popular in Japan today to drink water immediately after waking up every morning. Furthermore, scientific tests have proven its value. We publish below a description of use of water for our readers. For old and serious diseases as well as modern illnesses the water treatment had been found successful by a Japanese medical society as a 100% cure for the following diseases:
Headache, body ache, heart system, arthritis, fast heart beat, epilepsy, excess fatness, bronchitis asthma, TB, meningitis, kidney and urine diseases, vomiting,gastritis, diarrhea, piles, diabetes, constipation, all

eye diseases, womb, cancer and menstrual disorders, ear nose and throat diseases.
METHOD OF TREATMENT
1 As you wake up in the morning before brushing teeth, drink 4 x 160ml glasses of water
2. Brush and clean the mouth but do not eat or drink anything for 45 minute
3.. After 45 minutes you may eat and drink as normal.
4. After 15 minutes of breakfast, lunch and dinner do not eat or drink anything for 2 hours
5. Those who are old or sick and are unable to drink 4 glasses of water at the beginning may commence by taking little water and gradually increase it to 4 glasses per day.
6. The above method of treatment will cure diseases of the sick and others can enjoy a healthy life.
The following list gives the number of days of treatment required to cure/control/ reduce main diseases:

1 High Blood Pressure ( 30 days )
2 Gastric ( 10 days )
3 Diabetes ( 30 days )
4 Constipation ( 10 days )
5 Cancer ( 180 days )
6 TB ( 90 days )
7 Arthritis patients should follow the above treatment only for 3 days in the 1st week, and from 2nd week onwards - daily..
This treatment method has no side effects, however at the commencement of treatment you may have to urinate a few times.
It is better if we continue this and make this procedure as a routine work in our life. Drink Water and Stay healthy and Active.
This makes sense .. The Chinese and Japanese drink hot tea with their meals not cold water. Maybe it is time we adopt their drinking habit 

while eating!!! Nothing to lose, everything to gain...
For those who like to drink cold water, this article is applicable to you.
It is nice to have a cup of cold drink after a meal. However, the cold water will solidify the oily stuff that you have just consumed. It will slow down the digestion.
Once this 'sludge' reacts with the acid, it will break down and be absorbed by the intestine faster than the solid food. It will line the

intestine.
Very soon, this will turn into fats and lead to cancer. It is best to drink hot soup or warm water after a meal.
A serious note about heart attacks -
- Women should know that not every heart attack symptom is going to be the left arm hurting,
- Be aware of intense pain in the jaw line.
- You may never have the first chest pain during the course of a heart attack.
- Nausea and intense sweating are also common symptoms.
- 60% of people who have a heart attack while they are asleep do not wake up.
- Pain in the jaw can wake you from a sound sleep. Let's be careful and be aware. The more we know, the better chance we could survive...

A cardiologist says if everyone who gets this mail sends it to everyone they know, you can be sure that we'll save at least one life.
Please be a true friend and send this article to all your friends you care about.
PLEASE DON'T IGNORE SHARE IT. THIS MIGHT SAVE SOMEONE'S LIFE